तू मिला तो चुप है ज़ुबाँ तू मिला तो चुप है ज़ुबाँ कहूँ मैं क्या? माँगने को क्या रह गया? ♪ तू मिला तो चुप है ज़ुबाँ तू मिला तो चुप है ज़ुबाँ कहूँ मैं क्या? माँगने को क्या रह गया? अब तक जो जिया, था जिया बेवजह है वजह अब तेरी, हाँ मेरी जाँ, मेरी जाँ, जानिया, मेरी जाँ मेरी जाँ, मेरी जाँ, जानिया, मेरी जाँ (तू मिला तो चुप है ज़ुबाँ) (तू मिला...) (तू मिला तो चुप है ज़ुबाँ) (तू मिला...) तू मिला तो चुप है ज़ुबाँ ♪ सब कह देना ही बेहतर था "पर कैसे बोलूँ?" ये डर था मैं तकता रहा तुझे चुप रह कर तुझे चुप रह कर मैं तकता रहा होंठों के किनारे से तुमने ख़ुद से कहा फिर, हाँ मेरी जाँ, मेरी जाँ, जानिया, मेरी जाँ मेरी जाँ, मेरी जाँ, जानिया, मेरी जाँ मेरी जाँ बरसन लागी बदरिया रूम-झूम के बरसन लागी बदरिया रूम-झूम के मेरी जाँ, मेरी जाँ, जानिया, मेरी जाँ