दो नैना मतवारे तिहारे हम पर ज़ुल्म करें, हम पर ज़ुल्म करें दो नैना मतवारे तिहारे हम पर ज़ुल्म करें, हम पर ज़ुल्म करें नैनों में रहें तो सुध-बुध खोए ...नों में रहें तो सुध-बुध खोए छिपें तो, छिपें तो चैन हरें दो नैना, दो नैना मतवारे तिहारे हम पर ज़ुल्म करें, हम पर ज़ुल्म करें तन-तन के चलाएँ तीर नस-नस में, नस-नस में उठाएँ पीर तन-तन के चलाएँ तीर नस-नस में उठाएँ पीर मद-भरे, रसीले, निठुर बड़े ना डरें, ना धीर धरें दो नैना मतवारे तिहारे हम पर ज़ुल्म करें, हम पर ज़ुल्म करें जब होती हो, जब होती हो तुम उस पार मन की, मन की वीना के बज उठते हैं ज़ोर-ज़ोर से तार मन की, मन की वीना के बज उठते हैं ज़ोर-ज़ोर से तार पास आए, पास आए तो ऐसे भूल गए पल-छिन में, पल-छिन में सब कुछ भूल गए पास आए तो ऐसे भूल गए पल-छिन में सब कुछ भूल गए खुशियों के सोते उबल पड़े हर अंग में रंग भरे दो नैना मतवारे तिहारे हम पर ज़ुल्म करें, हम पर ज़ुल्म करें