ये बादलों में जो छिपा, ये तू है क्या? बता मुझे ये सौंधी सी हवाओं में तू बहे लगा मुझे ग़ुरूर क्यूँ इस चाँद को जब बिन तेरे ना चाँदनी? सुकूँ मिले जब तू दिखे मेरे लिए तू लाज़िमी कैसे ना हुई तुझे ख़बर, कैसे ना पता लगा, दिलबर जो हँसने लगे बिना वजह, ये तेरा ही तो असर अधूरा ये समाँ तेरे बिना, पूरा सा लगे जो तू इधर तो कैसे ना हुई तुझे ख़बर कि होने लगे तेरे, दिलबर ♪ अँगार से जो रास्ते हैं वो फूल से बन गए तेरे आने से क्यूँ ग़म सभी हैं भूल से हम गए? अँगार से जो रास्ते हैं वो फूल से बन गए तेरे आने से क्यूँ ग़म सभी हैं भूल से हम गए? चलता रहे यूँ ही सफ़र मिलती रहे तुमसे नज़र है सिलसिला ये प्यार का कैसे रहें हम बे-ख़बर? कैसे ना हुई तुझे ख़बर, कैसे ना पता लगा, दिलबर जो हँसने लगे बिना वजह, ये तेरा ही तो असर अधूरा ये समाँ तेरे बिना, पूरा सा लगे जो तू इधर तो कैसे ना हुई तुझे ख़बर कि होने लगे तेरे, दिलबर ...कि होने लगे तेरे, दिलबर ...कि होने लगे तेरे, दिलबर