ख़्वाबों की नगरी हक़ीक़त बनानी जो ऐ दिल, एक दिन का ये क़िस्सा नहीं खुद के होने की पहेली सुलझानी जो ऐ दिल, एक दिन का ये क़िस्सा नहीं क़दमों में जमा जो थकाँ चैन की नींद आती वहाँ क़दमों में जमा जो थकाँ चैन की नींद आती वहाँ इतनी सुहानी बना हो ना पुरानी तेरी दास्ताँ ♪ हम तो ना कहते, अँधेरा कहता जुगनू में रहता, एक तारा रहता हम तो ना कहते, अँधेरा कहता जुगनू में रहता, एक तारा रहता आँसू मोती खर्चो ना खामियाँ खास समझो ना इतनी सुहानी बना हो ना पुरानी तेरी दास्ताँ ♪ सुन लो ना, गलतियों का है कहना नादानियाँ में तजुर्बा बैठा जज़्बातों की बातों में ना आना जज़्बाती नज़रों को दिखता धुँधला आँसू मोती खर्चो ना खामियाँ खास समझो ना इतनी सुहानी बना हो ना पुरानी तेरी दास्ताँ ♪ चंदा तक पक्का सा रस्ता बनाना जो ऐ दिल, एक दिन का ये क़िस्सा नहीं बंद-दिल बाँहों को है खुलना सिखाना जो ऐ दिल, एक दिन का ये क़िस्सा नहीं ♪ हो ना पुरानी तेरी दास्ताँ