यहाँ-वहाँ, कहाँ-कहाँ नहीं पता मुझे अभी ये नज़र कहाँ है! फिर जो दिखे वो ही मदहोशी में डूबा है कल आए या ना आए हमने क्या ये तुमसे पूछा है? कल की किसको फ़िकर जब मंज़र ही ऐसा है! है मंज़र ही दो पल की है दुनिया, दो पल की हैं ये सौग़ातें भूल जा दुःखियारे सारे आजा इस रंग में रंग जा रे आँखों ही आँखों में जहाँ होते हैं ये इशारे आ जा ना अब तू भी खो जा रे खो जा रे क्या हसीं समा! क्या हसीं ये पल! है गज़ब! मगर क्या ये वही दुनिया है? अंज़ान अब तक थी अब हर संग ही मेरा है #INSTRUMENTAL दो पल की है दुनिया, दो पल की हैं ये सौग़ातें भूल जा दुःखियारे सारे आजा इस रंग में रंग जा रे आँखों ही आँखों में जहाँ होते हैं ये इशारे आ जा ना अब तू भी खो जा रे है माहिरा है माहिरा, माहिरा, माहिरा है माहिरा है माहिरा, माहिरा, माहिरा है माहिरा है माहिरा, माहिरा, माहिरा है माहिरा है माहिरा, माहिरा, माहिरा है माहिरा हो, हो, हो दुनिया-दुनिया दो पल की ये दुनिया हो, हो, हो (जहाँ होते हैं ये इशारे) इस रंग में रंग जा रे (दो पल की ये सौग़ातें) हो, हो, हो (डूब जा रे, खो जा) है माहिरा है माहिरा, माहिरा, माहिरा है माहिरा है माहिरा, माहिरा, माहिरा है माहिरा है माहिरा, माहिरा, माहिरा है माहिरा है माहिरा, माहिरा, माहिरा है माहिरा