पलभर में ये क्या हो गया, बदली कुछ ऐसी हवा ज़माने-भर का ग़म धुएँ में उड़ा चले जब से तुम और हम इक दिल, इक जाँ बन गए तुम से ही है क़रार, तुम से ही है सुकूँ तुम पे है ऐतबार मन से ही, तो क्या? पलभर में ये क्या हो गया? बदली कुछ ऐसी हवा पलभर में ये क्या हो गया? दिल, दिल से जुड़ गया ज़माने-भर का ग़म धुएँ में उड़ा चले जब से तुम और हम इक दिल, इक जाँ बन गए तुम से ही है रोशनी, तुम से ही है ख़ुशी तुम मेरी हो बंदगी, तुम बन गई ज़िंदगी पलभर में ये क्या हो गया? बदली कुछ ऐसी हवा पलभर में ये क्या हो गया? दिल, दिल से जुड़ गया पलभर में ये क्या हो गया? बदली कुछ ऐसी हवा पलभर में ये क्या हो गया? दिल, दिल से जुड़ गया रंगों की बारिश में डूबा है सारा जहाँ —बदली कुछ ऐसी हवा लगता है हर एक लम्हा नया-नया —दिल, दिल से जुड़ गया हो, रंगों की बारिश में डूबा है सारा जहाँ —बदली कुछ ऐसी हवा लगता है हर एक लम्हा नया-नया —दिल, दिल से जुड़ गया