हद हद टपे सो औलिया बेहद टपे सो पीर हद हद टपे सो औलिया बेहद टपे सो पीर हद अनहद दोनो टपे वाको नाम फ़कीर कबीरा वाको नाम फ़कीर! वह ग़रीबी, फ़कीरी वह ग़रीबी, फ़कीरी वह ग़रीबी, फ़कीरी वह ग़रीबी, फ़कीरी ♪ जो सुख पायो राम भजन में, हो जो सुख पायो राम भजन में जो सुख पायो राम भजन में वो सुख नाही अमीरी में, हो-हो वो सुख नाही अमीरी में मन लागो मेरो यार ग़रीबी में मन लागो मेरो यार फ़कीरी में मन लागो मेरो यार ग़रीबी में मन लागो मेरो यार फ़कीरी में प्रेम नगर मा ऐनी हमारी, हो प्रेम नगर मा ऐनी हमारी प्रेम नगर मा ऐनी हमारी अली वड़ीं आई सबूरी में, हो-हो अली वड़ीं आई सबूरी में मन लागो मेरो यार ग़रीबी में मन लागो मेरो यार फ़कीरी में ♪ आख़िर ये तन ख़ाख़ में मिलेगा, हो आख़िर ये तन ख़ाख़ में मिलेगा आख़िर ये तन ख़ाख़ में मिलेगा क्यों फ़िरै मग़रूरी में? हो-हो क्यों फ़िरै मग़रूरी में? मन लागो मेरो यार ग़रीबी में मन लागो मेरो यार फ़कीरी में ♪ कहे कबीर सुनौ भई साधो कहे कबीर सुनौ भई साधो कहे कबीर सुनौ भई साधो साहिब मिलेगा सबुरी में, हो-हो साहिब मिलेगा सबुरी में मन लागो मेरो यार ग़रीबी में मन लागो मेरो यार फक़ीरी में ♪ जो सुख पायो राम भजन में जो सुख पायो राम भजन में वो सुख नाही अमीरी में, हो-हो वो सुख नाही अमीरी में मन लागो मेरो यार ग़रीबी में मन लागो मेरो यार फ़कीरी में ♪ मन लागो मेरो यार ग़रीबी में मन लागो मेरो यार फ़कीरी में मन लागो मेरो यार ग़रीबी में मन लागो मेरो यार फ़कीरी में मन लागो मेरो यार... लागो मेरो यार... लागो मेरो यार...