ओ रोको रोको रोको, ये तो ठाकुर साहब की बंदी का घर है। आज तो करा दो दर्शन भाभी के। ओ काहे की बंदी, काहे की भाभी सनैक साहब, ब्रेकअप होगया, ख़त्म है कहानी। हामे आए तां देखने रे चावे-हामे आए तां देखने रे चावे किए खाएं तू फैशन बालमा-किए खाएं तू फैशन बालमा किए शिमले री हावे हामे आए तां देखने रे चावे-हामे आए तां देखने रे चावे हामे आए तां देखने रे चावे-हामे आए तां देखने रे चावे दो बोल मूंद प्यार रेे शुने थी तौं लागो थी ताँ नींजो आज देखी तेरे लटके झटके मुं कुएना धीजो एक तुएं दूजे भाग री रेखे बड़े गड़िय खाए की हामें आए हामे आए तां देखने रे चावे हामें आए हामे आए तां देखने रे चावे सीधी साधी जे होय थी बालमा ज पढ़े थी शाली कबे संजौली कबे सेमिटरी कबे कुल्लू मनाली मेरी जागे कुए रेका ही बाबू ओ घड़ी जुल्फो री छावे हामे आए तां देखने रे चावे हामे आए तां देखने रे चावे बड़ा बडिया था वक़्त जबे खयाल राखे ती तू मेरा एक नजर जे प्यार री दिंदिए का बिगडो ला तेरा तेरी सहेली मिलो केती जे बाटो दी मु छेडो तेरे नावे हामे आए तां देखने रे चावे हामे आए तां देखने रे चावे रंग रूप दिता रजिय नारने दिती अक्ल ना तांदी नाज़ घास जे परेंदी बालमा मु छोड़िए ना जांदी पांजो बशो रे प्यारो दे मेरिए पाछु रोए पछतावे हामे आए तां देखने रे चावे हामे आए तां देखने रे चावे