हाथ जो तेरा थामा था क्या इसमें ग़लती मेरी थी? हाथ जो तेरा थामा था क्या इसमें ग़लती मेरी थी? रोई, तुझ को याद किया क्या ये खुदगर्ज़ी मेरी थी? कैसे खुद को तू रब से बचाएगा? लकीरों पे लिखा सच कैसे मिटाएगा? आज जिसके लिए तूने छोड़ा है कल वो भी तुझ को छोड़ेगी आज जिसके लिए दिल ये तोड़ा है कल वो भी दिल तेरा तोड़ेगी कुछ आगे बढ़ चुकी हूँ इस दर्द की दुनिया से इस दिल को समझा के, बातें वो भुला के कुछ आगे बढ़ चुकी हूँ इस दर्द की दुनिया से इस दिल को समझा के, बातें वो भुला के हुआ है वापस तू बीते कल में लूटा है तुझ को अब इस पल ने कैसे टूटा दिल तू अब धड़काएगा? ज़ख्मी दिल खुद का अब कैसे बचाएगा? कल जिसके लिए तूने छोड़ा था आज उसने तुझ को छोड़ा है कल जिसके लिए दिल ये तोड़ा था आज उसने दिल तेरा तोड़ा है