मन बस गयो नंद किशोर मन बस गयो नंद किशोर अब जाना नहीं कहीं और बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में ♪ सौंप दिया अब जीवन तोहे राखो जिस विधि रखना मोहे सौंप दिया अब जीवन तोहे राखो जिस विधि रखना मोहे तेरे दर पे खड़ी हूँ सब छोड़ तेरे दर पे खड़ी हूँ सब छोड़ अब जाना नहीं कहीं और बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में ♪ चाकर बनकर सेवा करूँगी मधुकरी माँग कलेवा करूँगी चाकर बनकर सेवा करूँगी मधुकरी माँग कलेवा करूँगी तेरे दरश करूँगी उठ भोर तेरे दरश करूँगी उठ भोर अब जाना नहीं कहीं और बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में ♪ अरज मेरी मंज़ूर ये करना वृंदावन से दूर ना करना अरज मेरी मंज़ूर ये करना वृंदावन से दूर ना करना कहें मधुप हरि जी कर जोड़ कहें मधुप हरि जी कर जोड़ अब जाना नहीं कहीं और बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में बसा लो वृंदावन में