(नशा है) (समाँ है) कैसा, कैसा ये नशा है? नया सा ये हुमा है? कैसा ये समाँ है? तेरी, तेरी आँखों में दिल ये डूबा है, दिल ये खोया है हाथों में हाथ हो, तेरी-मेरी बात हो चाहे दो पल का साथ हो तू जी ले इस पल को, ओ लम्हे, बहके से ये लम्हे बहके से आलम में खोए-खोए हम हैं लम्हे, बहके से ये लम्हे बहके से आलम में खोए-खोए हम हैं ♪ जागे से दिन हैं, जागी सी शामें जागी उमंगें ये नई-नई ये हो रहा है जो भी मुझे अब होने लगा है क्या तुझे भी वही? तू संग मेरे, संग चलें चल कहीं दूर जहाँ से आ जाना तू संग मेरे, हाँ, सारी दुनिया से दूर हाथों में हाथ हो, तेरी-मेरी बात हो चाहे दो पल का साथ हो तू जी ले इस पल को, ओ लम्हे, बहके से ये लम्हे बहके से आलम में खोए-खोए हम हैं लम्हे, बहके से ये लम्हे बहके से आलम में खोए-खोए हम हैं