तू सामने हो जहाँ भी मैं जाऊँ साँसों से लूँ नाम ज़्यादा तेरा तेरी निगाहों में मैं मुस्कुराऊँ हर दर्द तेरा हो आधा मेरा ख़्वाब मुमकिन हुआ, रात से दिन हुआ सिर्फ़ तुम और हम हैं अब यहाँ मैंने आसमाँ पे लिख दिया तू है मेरी, मैं हूँ बस तेरा रेत से समंदर की तरह अब ये इश्क़ होगा बेपनाह मैंने आसमाँ पे लिख दिया मैं तेरी हूँ, तू है बस मेरा हो, रेत से समंदर की तरह अब ये इश्क़ होगा बेपनाह मंज़िलें ना जाने कितने रास्तों के बाद आई हैं बेख़तम मुलाक़ातें १०० फ़ासलों के बाद आई हैं ये हवाएँ जाने कितने मौसमों के बाद आई हैं राहतें हमारे दिल को १०० ग़मों के बाद आई हैं ज़िंदगी के लिए माँगते थे तुझे तू मेरी ज़िंदगी बन गया मैंने आसमाँ पे लिख दिया मैं तेरी हूँ, तू है बस मेरा हो, रेत से समंदर की तरह अब ये इश्क़ होगा बेपनाह मैंने आसमाँ पे लिख दिया तू है मेरी, मैं हूँ बस तेरा हो, रेत से समंदर की तरह अब ये इश्क़ होगा बेपनाह