मोम समझे थे तेरे दिल को, सो पत्थर निकला मोम समझे थे तेरे दिल को, सो पत्थर निकला महर की तुझसे तवक़्क़ो' थी, सितमगर निकला मोम समझे थे तेरे दिल को, सो पत्थर निकला ♪ दाग़ हूँ रश्क-ए-मोहब्बत से कि इतना बेताब दाग़ हूँ रश्क-ए-मोहब्बत से कि इतना बेताब किस की तस्कीं के लिए घर से तू बाहर निकला किस की तस्कीं के लिए घर से तू बाहर निकला मोम समझे थे तेरे दिल को, सो पत्थर निकला ♪ अश्क-ए-तर, क़तरा-ए-ख़ूँ, लख़्त-ए-जिगर, पारा-ए-दिल अश्क-ए-तर, क़तरा-ए-ख़ूँ, लख़्त-ए-जिगर, पारा-ए-दिल एक से एक अदद आँख से बह कर निकला एक से एक अदद आँख से बह कर निकला मोम समझे थे तेरे दिल को, सो पत्थर निकला हमने जाना था लिखेगा तू कोई हर्फ़, ऐ मीर हमने जाना था लिखेगा तू कोई हर्फ़, ऐ मीर पर तेरा नामा तो इक शौक़ का दफ़्तर निकला पर तेरा नामा तो इक शौक़ का दफ़्तर निकला महर की तुझसे तवक़्क़ो' थी, सितमगर निकला महर की तुझसे तवक़्क़ो' थी, सितमगर निकला मोम समझे थे तेरे दिल को, सो पत्थर निकला