कभी हमने नहीं सोचा था, सनम कभी हमने नहीं सोचा था, सनम के तेरे बिन भी जीना पड़ेगा हमें तेरे बिन भी जीना पड़ेगा हमें वो दामन जो भरा करते थे फूलों से उसे काँटों से सीना पड़ेगा हमें कभी हमने नहीं सोचा था, सनम ♪ हम जिस चमन को सजाते रहे, हम सजाते रहे उसी में हमें जख़्म खाने पड़े, खाने पड़े और अब खिज़ा को गले से लगा के बहारों के मातम मनाने पड़े, मनाने पड़े ख़बर क्या थी, खुशी से जाम के बदले ज़हर ग़म का पीना पड़ेगा हमें कभी हमने नहीं सोचा था, सनम ♪ हमें छोड़कर यूँ जहाँ में अकेले, जहाँ में अकेले बताओं सनम क्यूँ जुदा हो गए, जुदा जो गए मोहब्बत की क़समें, मोहब्बत की रसमें वो वादें मोहब्बत के क्या हो गए? क्या हो गए? सनम, तुझसे जुदा हो कर जिएँगे 'गर तो मर-मर के जीना पड़ेगा हमें कभी हमने नहीं सोचा था, सनम के तेरे बिन भी जीना पड़ेगा हमें वो दामन जो भरा करते थे फूलों से उसे काँटों से सीना पड़ेगा हमें कभी हमने नहीं सोचा था, सनम