हो आजकल मेरे सपनों में आये आकर कुछ बातें सिखाये वो ख़ुशमिज़ाज सा चेहरा तेरा हाए मुझे मुझसे दूर ले जाये आँखें मेरी पलके झुकाये कुछ बिन कहे कह दो ज़रा मेरी हर एक आस में तू है दिल के जो पास में तू है मेरे मुक़द्दर में तू है लिखा हो मुझको तू बेक़ाबू करता मेरी आँखों में आंसू भरता मुझ उलझे हुए को सुलझा दिया प्यार ने तेरे प्यार ने तेरे सुनहरा है मौसम अश्क़ो में बस हो तुम कहना जो चाहे मन कैसे कहूँ अब क्या करूँ आँखें जो साहिल हैं दिखाती वो दिशायें हैं मिलना जो चाहे मन देती हैं पता कोशिशें नाकाम हो जाये जब जब मेरे पास तू आये हर एक पल ख्यालों में तू है छिपा मेरी राहों को संवारे मुझे सोते हुए से जगाये मेरे ग़मों को भुला दिया प्यार ने तेरे प्यार ने तेरे