जब कोई याद आता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ जब कोई याद आता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ ग़म हद से बढ़ जाता है... ग़म हद से बढ़ जाता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ जब कोई याद आता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ ♪ रात के गहरे सन्नाटे में मौसम तेरी यादों का, यादों का रात के गहरे सन्नाटे में मौसम तेरी यादों का दिल में शोर मचाता है... दिल में शोर मचाता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ ग़म हद से बढ़ जाता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ जब कोई याद आता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ ♪ परदेसी हूँ, ठोकर खाते कट जाता है दिन सारा, दिन सारा परदेसी हूँ, ठोकर खाते कट जाता है दिन सारा शाम को घर याद आता है... शाम को घर याद आता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ ग़म हद से बढ़ जाता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ जब कोई याद आता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ ♪ जी डरता है, नग़मे की लय और जिगर को चीर ना दे, चीर ना दे जी डरता है, नग़मे की लय और जिगर को चीर ना दे मुतरिब साज़ उठा है... मुतरिब साज़ उठा है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ ग़म हद से बढ़ जाता है... ग़म हद से बढ़ जाता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ जब कोई याद आता है तो थोड़ी सी पी लेता हूँ