ना हो अब उदास तू ना कर आँखें नम इन सूनी-सूनी रातों में आएँगे तुझसे मिलने हम इन सूनी-सूनी रातों में इन प्यारी-प्यारी बातों में मैं लौट आऊँगा मैं लौट आऊँगा उन भीनी-भीनी शामों में किए थे हमने वादे जो उन सारे कसमों-वादों को मैं मर के भी निभाऊँगा पहनानी थी जो चूड़ियाँ मुझको तेरी कलाई में पहना जाऊँगा पहना जाऊँगा पहना जाऊँगा पहना जाऊँगा अधूरी सारी बातों को, उन सर्दियों के वादों को पूरा कर जाऊँगा मैं लौट आऊँगा तू जब तेरी याद में, तू मेरी उम्मीद में तू करवटें बदल के जब सारी रात काटेगी तो ऐसी किसी रात में मैं चुपके से आऊँगा और तुझे चूम जाऊँगा और तुझे चूम जाऊँगा और तुझे चूम जाऊँगा और तुझे चूम जाऊँगा और होंगी बरसातें तो मैं उन बरसातों में बरस जाऊँगा बरस जाऊँगा बरस जाऊँगा बरस जाऊँगा बाँहों में भर के मैं तुझे तेरी आँखों में कहीं सपने दे जाऊँगा सपने दे जाऊँगा सपने दे जाऊँगा सपने दे जाऊँगा मैं लौट आऊँगा