जग छूटे तो तो छूटे मुझे क्या सांवरे जब दिल ने लगाया तुझी पे दाव रे जग छूटे तो तो छूटे मुझे क्या सांवरे जब दिल ने लगाया तुझी पे दाव रे तुझपे लुटा दूं मैं तो सारी ज़िन्दगी बस वार के, वार के रे दिल बेपरवाह रे दिल बेपरवाह रे दिल बेपरवाह रे दिल बेपरवाह रे जग छूटे तो तो छूटे मुझे क्या सांवरे जब दिल ने लगाया तुझी पे दाव रे नींदों से आगे जब ख़्वाब भागे समझो इशारा होगा हो, वो बिन बताये और बिन जताए देखो हमारा होगा जीती हैं मैंने बस ये तेरी चाहतें सब हार के, हार के रे दिल ना शरमा रे बन बेपरवाह रे दिल ना शरमा रे बन बेपरवाह रे इतना यकीं है, होती हसीं है खुद से भी ज़्यादा बेखुदी हां, जब पास आके, आंखों में झांके अपनी सी दूजी ज़िन्दगी सदके मैं जाऊँ क्यूँ न ऐसे प्यार पे अपने यार के, यार के रे दिल बेपरवाह रे दिल बेपरवाह रे दिल बेपरवाह रे दिल बेपरवाह रे