वो मेरा तुम्हारी गली से गुज़रना गुज़रते ही तुम पर नज़र का ठहरना तुम्हारी नज़र फिर अचानक से पड़ना और उस पर तुम्हारा वो खिड़की से तकना कभी हाथ ज़ुल्फ़ों में खुल के लगाना अदाओं से अपनी जबी को हिलाना आदाओं ने पागल किया, जान-ए-जाँ इशारों ने पागल किया, जान-ए-जाँ जो पल्लू से सिर अपना तूने ढका उसी दिन मेरा दिल तेरा हो गया आदाओं ने पागल किया, जान-ए-जाँ इशारों ने पागल किया, जान-ए-जाँ तुझे याद करके हैं रातें गुज़ारी तुझे देखकर तेरी नज़रें उतारी तुझे याद करके हैं रातें गुज़ारी तुझे देखकर तेरी नज़रें उतारी मैं घर से जो निकला हूँ अपनी तरफ़ से अचानक सदा आई तेरी तरफ से ये आँखों का काजल चमकने लगा मेरी जान, मैं तुम पे मर ने लगा जो पल्लू से सर अपना तूने ढका उसी दिन मेरा दिल तेरा हो गया आदाओं ने पागल किया, जान-ए-जाँ इशारों ने पागल किया, जान-ए-जाँ बिना तेरे सूनी थी ये ज़िंदगानी तुझे पा के दिल हो गया है रूहानी बिना तेरे सूनी थी ये ज़िंदगानी तुझे पा के दिल हो गया है रूहानी शुरू हो गई प्यार की इक कहानी हाँ, लगने लगी सारी दुनिया सुहानी मेरे दिल में तू-ही -तू बसने लगा मेरी जान, मैं तुम पे मर ने लगा जो पल्लू से सर अपना तूने ढका उसी दिन मेरा दिल तेरा हो गया आदाओं ने पागल किया, जान-ए-जाँ इशारों ने पागल किया, जान-ए-जाँ