ये जागे जागे नैना सोचे तुझे दिन रैना न लागे जिया तुम बिन ये कही कुछ बातें यूँ ही है न कुछ बातें यूँ ही है न ये चुप चुप रहना यूँ ही बस खुद में बहना में खोयी हु कही बस यूँ ही कुछ बातें यूँ ही है न कुछ बातें यूँ ही है न बदली सी जो सीरत है ये जो हालत है हो कैसे बयाँ मैं ये जाने न मनन की बातें सब ये हो सा गया मुझको है क्या गुम सी हो तेरी ही धुन में तुम बिन है सब बेमजा ये दर्द मीठा सेहना ये इश्क ही तो है न न लागे जिया तुम बिन ये कही कुछ बातें यूँ ही है न कुछ बातें यूँ ही है न एक सपना सा इन आँखों में यूँ ही चलते हैं और अकसर में तुमसे करू बातें जब उड़ती हूँ वह तुम न हो न ही सपना सच ये है क दिल अब तुम बिन लागे कही न जिया ये चुप चुप रहना यूँ ही बस खुद में बहना में खोयी हूँ कही बस यूँ ही कुछ बातें यूँ ही है न कुछ बातें यूँ ही है न कुछ बातें यूँ ही है न