जिये बिना मैं तुझको, मैं कैसे कहूँ? तेरे ही नाम से जियूँ, तुझपे ही मैं मरूँ कैसे ये शामें ढल गईं कि तुझसे ना मिला? ऐसे कभी क्या हो गया, हमें कुछ भी ना पता होना था क्या ये, जब से मैं मिला बदला हुआ सा मैं हो गया तू ही मेरा है, मैं हूँ ही तेरा तू ही ना जाने, मैं हूँ क्या तू ही मेरा दिल है और मैं हूँ तेरा तू ही मेरा दिल है और मैं हूँ तेरा तू ही मेरा दिल है और मैं हूँ तेरा तू ही मेरा दिल है और मैं हूँ तेरा ♪ तेरे बिना मैं अधूरा, अधूरा रहा रुकी-रुकी सी ये ज़िंदगी, परिंदा हुआ जो भी हुआ है, ख़ुदा है महरबाँ बारिश है आशिक़, तेरा ही आसमाँ साँसों में तू है, हवाओं में तू तेरे ही खुशबू में खोया रहूँ तू ही मेरा दिल है और मैं हूँ तेरा तू ही मेरा दिल है और मैं हूँ तेरा तू ही मेरा दिल है और मैं हूँ तेरा तू ही मेरा दिल है और मैं हूँ तेरा