हाँ, कोई चोरी-चोरी मेरे सपनों में आए हाँ, ये दिल अंजानी डोरी से बंधा जाए विश्वास का है गठबंधन जन्मों का ये पावन बंधन एक पल में कैसे जुड़ जाता है? ये रिश्ता क्या कहलाता है? हो, ये रिश्ता क्या कहलाता है? हाँ, ऐसी रस्मों-क़स्मों पे दिल बलिहारी जाए हो, अपने हो जाते हैं, जो कल तक थे पराए अरमानो के आँगन में जज़्बात का है संगम ये तो दो आँगन महकाता है ये रिश्ता क्या कहलाता है? हो, ये रिश्ता क्या कहलाता है? ये रिश्ता क्या कहलाता है? ♪ हाँ, कोई चोरी-चोरी मेरे सपनों में आए हाँ, ये दिल अंजानी डोरी से बंधा जाए विश्वास का है गठबंधन जन्मों का ये पावन बंधन एक पल में कैसे जुड़ जाता है? ये रिश्ता क्या कहलाता है? हो, ये रिश्ता क्या कहलाता है? हाँ, ऐसी रस्मों-क़स्मों पे दिल बलिहारी जाए हो, अपने हो जाते हैं, जो कल तक थे पराए अरमानो के आँगन में जज़्बात का है संगम ये तो दो आँगन महकाता है ये रिश्ता क्या कहलाता है? हो, ये रिश्ता क्या कहलाता है? ये रिश्ता क्या कहलाता है?