आज मैया का जगराता, भेंटे गाएंगे । आई है शेरां वाली माता, दर्शन पाएंगे । नाचेंगे हम, गायेंगे और सब को साथ नचाएंगे ॥ आ के दर्शन कर लो भक्तो, जगमग जलती ज्योति, दाती उनको आप बुलाये, जिस पे रहमत होती । माँ को मिलने आयें है, और झोली भर ले जायेंगे ॥ माँ के भक्तो ने है मिल माँ का जगन रचाया । दिल में भर के प्रेम मैया का सुन्दर भवन सजाया । माँ के रंग में रंग जान है, माथे तिलक लगाएंगे ॥ मस्त सिकंदर झूम रहें है, माँ के मस्त दीवाने । ढोलक चिमटा छैना बाजे, लागे बड़े सुहाने । करमा रोपड़ वाला नाचे, रमजू से ढोल बजाएंगे ॥