एक प्याली चाय पे चुपके से हम जब मिले मैंने जाना, यार, तू है पहला प्यार पहली उस बरसात के पल भीगे से अनछुए मैंने रखे साथ, दिल के वो पास तू, तू, हाँ, तू तू, मेरी जाँ है तू तू, हाँ, तू ♪ इंतज़ार कब तू खिड़की पे आए और तुझको बस देखूँ मैं मुस्कुरा के तू फेंके रूमाल और पढ़ लूँ मैं तूने लिखा लबों से होगा उस पे मेरा नाम कब हवाओं में महके तू ख़ुशबू सी कब तू बालों को अपने उड़ाएँ और कब हो ख़तम इंतज़ार ♪ (कब तू) भीगना है बारिश में तेरी फिर मिले जब तू डूबना है साँसों में तेरी साँस मेरी तू तू, तू, हाँ, तू तू, मेरी जाँ है तू तू, हाँ, तू एक प्याली चाय पे आज फिर हम-तुम मिले