मैं तारे तोड़ के लाऊँ, मेरे इतने लंबे हाथ नहीं सब के जैसा हूँ मैं भी, कोई मुझमें अलग सी बात नहीं हाँ, मुझमें अलग सी बात नहीं दिल फिर भी चुपके से ये पूछ रहा तुमसे तुम मुझसे प्यार करोगी क्या? दिल फिर भी चुपके से ये पूछ रहा तुमसे तुम मुझसे प्यार करोगी क्या? ♪ सपनों में मेरे, अजनबी, धीरे से दाख़िल हो कभी गलियों-गलियों तेरा क़िस्सा आम है सारे चनारों पे लिखा, सारे पहाड़ों पे लिखा आयत-आयत जैसा तेरा नाम है सपना ये सच कर पाऊँ, मेरे ऐसे तो हालात नहीं सब के जैसा हूँ मैं भी, कोई मुझमें अलग सी बात नहीं हाँ, मुझमें अलग सी बात नहीं दिल फिर भी चुपके से ये पूछ रहा तुमसे तुम मुझसे प्यार करोगी क्या? दिल फिर भी चुपके से ये पूछ रहा तुमसे तुम मुझसे प्यार करोगी क्या?