इश्क़ है मुझको उससे दिल लगा है जबसे देखा सबके बस की ना हैं उसके नखरे झेले तीखा तड़का बात-बात पे नाक पे गुस्सा, पकड़ूँ हाथ करदूँ ठंडा जानती वो के जान है अपनी उसके पीछे घूमता येड़ा इश्क़ है मुझको उससे दिल लगा है जबसे देखा सबके बस की ना हैं उसके नखरे झेले तीखा तड़का बात-बात पे नाक पे गुस्सा, पकड़ूँ हाथ करदूँ ठंडा जानती वो के जान है अपनी उसके पीछे घूमता येड़ा तो ये जो बात है कुछ साल पहले की हैं पढ़ाकू बनना है सबको और वो साथ बैठती हैं गोजता में bench पे वो फुसला के कहती हैं "के लिखदे तू नाम अपना दिल पे सही से क्यूँकी कोई नहीं हैं" (कोई नहीं हैं) जो आये मेरे बाद में, कोई नहीं हैं (कोई नहीं हैं) जो साथ देगी बाद में, कोई नहीं हैं (कोई नहीं हैं) जो last तक हैं साथ में, हाँ, कोई नहीं हैं (कोई नहीं हैं) चल मान लिया बात में, कहानी पढ़ने का शौक तो हद से था ज्यादा वो बनती वो किताब जिसको पढ़ता ही जाता पन्ना पलटता ही जाता, मुझको मजा बड़ा आता समझ गया था में उसी पल के खोना इसको घाटा ये घाटे के सौदे में अपुन पहले से नहीं भिड़ते हुआ इश्क़ उसको कबूल और ये खजवे मुझसे चिढ़ते आज भी वहीं इश्क़ लेकिन शिद्दत बढ़ती जाती काफी ये भौखलाक़े सोचे और ये दिन पे दिन है गिनते के कब तू अब छोड़े उसे, कब तू माने हार कब भी ना छोडूं उसे चाहे ये जाए जान खुदसे था थामा हाथ ना किसकी मानी बात क़ुबूल आगे साथ में सब पल काम तुझे आज बताता एक कहानी तुम्हें (बताता) जब थे जेब में मेरे ४० रुपये (४० रुपये) ११ बजती तब होती सुबह (होती सुबह) और सब याद मुझे कहते थे तू फालतू हैं लेकिन तब वो आयी ज़िंदगी में जैसे bluemoon २५ घंटे थी दिमाग में कैसे उसको भूलूँ (कैसे) वो perfect है जिसका नहीं तोड़ कोई पूछा तभी हिम्मत करके मैंने उससे क्या में इसको clue लूँ? लेकिन तभी पता चला सभी उसके पीछे हैं वो पैसे वाला लड़का KTM जिसके नीचे हैं और वो भी तो हैं चार-पाँच चैन जिसके गले में मुश्किल होगा तय करना वो type वाली किसके हैं में करना चाहता उससे दोस्ती तब वो जाने माने लोगो के थोड़ा सा close थी में गाने लिखता रहता था तब बस उसके खयालों में और वो एक जो मेरे ख़्वाबों में आती थी मुझको नोचती (aye) दूसरे वो करते उसपे खर्चे में नहीं कर पाता था क्यूँकि ना मिलता घर से मोहब्बत होने लगी इतनी भर दूँगा समंदर में और रखूंगा बनाके उसको अपने दिल में mermaid इश्क़ है मुझको उससे दिल लगा है जबसे देखा सबके बस की ना हैं उसके नखरे झेले तीखा तड़का बात-बात पे नाक पे गुस्सा, पकड़ूँ हाथ करदूँ ठंडा जानती वो के जान है अपनी उसके पीछे घूमता येड़ा इश्क़ है मुझको उससे दिल लगा है जबसे देखा सबके बस की ना हैं उसके नखरे झेले तीखा तड़का बात-बात पे नाक पे गुस्सा, पकड़ूँ हाथ करदूँ ठंडा जानती वो के जान है अपनी उसके पीछे घूमता येड़ा ਪਿਆਰ ਸੀ ਕਿਸੇ ਹੋਰ ਨਾਲ, ਵੱਜ ਗਿਆ ਮੱਥਾ ਕਿੱਤੇ ਹੋਰ ਮੇਰਾ ਜਾਕੇ ਸਮਝ ਆਇਆ ਫਿਰ ਆਪਣੇ ਆਪ ਨੂੰ, ਛੱਡ ਸਭ ਨੂੰ ਯਾਦ ਕਰਨਾ ਇਹਨੂੰ ਅਜ਼ਮਾਲੇ ਆਇਆ ਦਿਮਾਗ 'ਚ ਕਿ ਨਿਕਲੇ ਨਾ ਪਹਿਲੇ ਵਾਂਗ ਪਿਆਰ ਥੋੜ੍ਹੇ time ਲਈ, 'ਤੇ ਬਾਅਦ 'ਚ ਕਹਿਵੇ ਪਰਾਂਹ ਚੱਲ ਪਰ ਇਹਦੇ ਨਾਲ ਥੋੜ੍ਹਾ ਅਲੱਗ ਹੀ attachment ਆ ਛੱਡਣੇ ਦਾ ਜੀਅ ਨਹੀਂ ਕਰੇ, ਜਿਵੇਂ ਇਹਦਾ ਨਸ਼ਾ ਹੋਇਆ 'ਤੇ ਇਹਦੇ ਬਾਰੇ ਮੇਰੇ ਘਰ ਦਿਆਂ ਨੂੰ ਪਤਾ ਹੋਇਆ ਕਿਹਾ ਬੇਬੇ ਨੇ ਕੁੱਛ ਨਹੀਂ, ਥੋੜ੍ਹੀਆਂ ਬਸ ਗੱਲਾਂ ਹੋਈਆਂ ੨੪ ਘੰਟੇ ਮੈਂ ਤਾਂ ਇਹਦੇ 'ਚ ਡੁੱਬਿਆ ਰਹਵਾਂ ਮਾਂ ਕਹਿਵੇ ਹੋਜੇਗਾ ਪਾਗਲ ਇੱਕ ਦਿਨ, ਤੂੰ ਸੁਧਰ ਜਾ ਛੱਡ ਹੁੰਦੀ ਨਹੀਂ ਇਹ ਚੀਜ਼ ਹੀ ਇਦਾਂ ਦੀ Sober trip ਮੇਰੇ ਉਪਰ ਹੋਏ ਹੋ ਚੁੱਕੀ ਹਾਵੀ ਕਿਉਂਕਿ ਚੀਜ਼ ਹੀ ਅਜੀਬ ਦਿੱਤੀ, ਜ਼ਿੰਦਗੀ 'ਚ Snitch ਕਰੇ ਨਾ ਇਹਦੇ ਨਾਲ ਮੇਰੀ ਪੱਕੀ ਆਲੀ ਯਾਰੀ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਅਪਣੀ ਪੂਰੀ ਇਹਦੇ 'ਤੇ ਹੀ ਵਾਰਤੀ ਮੈਂ ਇਹ ਹੀ ਚੀਜ਼ ਕਰਕੇ ਦੁਨੀਆ ਸਾਰੀ ਜਾਣਦੀ ਐ ਇਹ ਅਸੀਂ ਗੱਲਾਂ ਕੀਤੀਆਂ ਕੁੜੀਆਂ ਬਾਰੇ ਨਹੀਂ ਪਿਆਰ ਪੱਕਾ ਓਹਦੇ ਨਾਲ ਜੋ ਛੱਡ ਦਾ ਸਾਥ ਨਹੀਂ Hip-hop ਪਹਿਲਾਂ, ਉਹਦੇ ਬਾਅਦ ਆਉਂਦੇ ਸਭ ਬਾਈ (aye) ਛੱਡ ਦਿੱਤਾ ਸਭ 'ਤੇ ਇਹ ਚੁਣਿਆ ਰਾਹ (aye, aye) क्या बोलूँ इसके तारीफ़ में शब्द मेरे लगते कम अपनी मोहब्बत हैं पुरानी और इसमे हैं बहोत से गम यूँ तो इसके पीछे पड़े बहोत इसके फिरे है दीवाने पर मेरे साथ कोई प्यार करें ना और कोई ना फिर अच्छा जाने चलती ना सुनती ना कभी किसी के भी ये हिसाब से अंदर से कमीना बोले पर अच्छा हूँ रख ख़याल से छोड़ूँगा कभी ना मेरी बाते सुन तू अब ध्यान से जीना मरना तेरे साथ ही लिखे वादों की किताबे ऐसी गुज़रे रात नहीं जो तेरे साथ काटी नहीं पीके हुआ tight कितना पर फिर हाथ उठाते नहीं चाँद दिखे तेरे चेहरा और फिर तू शरमाते नहीं हुआ फिर देख में भी पागल तो फिर तू भुला देंगी देख, करें कांड, सब कुछ में तेरे साथ ही खुश हुआ साल कितना? सात साल हैं कुछ इसका नाम ना पूछ बदले साथ में रुख यादों में ही रहता तेरी और बातों में बोलूं सच इश्क़ है मुझको उससे दिल लगा है जबसे देखा सबके बस की ना हैं उसके नखरे झेले तीखा तड़का बात-बात पे नाक पे गुस्सा, पकड़ूँ हाथ करदूँ ठंडा जानती वो के जान है अपनी उसके पीछे घूमता येड़ा इश्क़ है मुझको उससे दिल लगा है जबसे देखा सबके बस की ना हैं उसके नखरे झेले तीखा तड़का बात-बात पे नाक पे गुस्सा, पकड़ूँ हाथ करदूँ ठंडा जानती वो के जान है अपनी उसके पीछे घूमता येड़ा