सारी रात आहें भरता पल-पल यादों में मरता माने ना मेरी मन मेरा थोड़े-थोड़े होश, मदहोशी सी है नींद बेहोशी सी है जाने कुछ भी ना मन मेरा कभी मेरा था, पर अब बेगाना है ये दीवाना, दीवाना समझे ना, हो कभी चुप-चुप रहे, कभी गाया ये करे बिन पूछे तेरी तारीफ़ें सुनाया ये करे है कोई हकीकत तू या कोई फसाना है कुछ जाने अगर तो इतना के ये तेरा दीवाना है रे मन मेरा, माने ना मन मेरा रग-रग वो समाया मेरे दिल पर वो छाया मरे मुझमें वो ऐसे जैसे जाँ गिरे बरसात में पानी जैसे कोई कहानी जैसे दिल से हो दिल तक जो बयाँ आशिक दिल तेरा पुराना है ये दीवाना-दीवाना समझे ना, हो कभी खोया रहे, कभी रोया फिर करे कभी टूटे हुए सपने संझोया फिर करे कोई मन से उलझे ना, कोई मन से जीते ना बिन रैना ऐसे कर दिए, बिताए बीते ना रे मन मेरा, माने ना मन मेरा तुझको जो देखे, ये मुझको ले के बस तेरे पीछे-पीछे भागे तेरा जुनूँ है तू ही सुकूँ है तुझसे ही बाँधे दिल के धागे मन मेरा, माने ना मन मेरा