यो आरि उ पारि डुबी जाली थ्वाड़ दिनों का बाद बनमै बनमै देखा पंचेश्वर में बाँध क्वे जालो भाबर फिरी क्वे जालो हल्द्वाणी ल्हिजाला आंख्यूं मां सब भरी बेर पाणी यो गाड़ै को पाणी यो नौला को पाणी कलौ हमुँ थैं यो धारा को पाणी पाणी पाणी पाणी थमी जा थमी जा बग्न्यां पाणी थमी जा थमी जा उड़न्यां बादल न जा न जा यो भुमि छोड़ी न जा न जा उ देश भाबर डुबी जाला घर द्वार डुबी जाला खेत डांणां कांणां बाटा सब होलि बस रेत डुबी जाला घर द्वार डुबी जाला खेत डांणां कांणां बाटा सब होलि बस रेत न बास कोयल फिर न फुलली प्योली घुगुती ले घूरा घूरा रुणीं रुणीं कौली रुणीं रुणीं कौली थमी जा थमी जा बग्न्यां पाणी थमी जा थमी जा उड़न्यां बादल न जा न जा यो भुमि छोड़ी न जा न जा उ देश भाबर कैथैं कुंला सरयू फिरी कैथैं कुंला राम कैथैं कुंला चौमु बाबा पंचेश्वर धाम कैथैं कुंला सरयू फिरी कैथैं कुंला राम कैथैं कुंला चौमु बाबा पंचेश्वर धाम न हो फिरी गोरी गंग न हो फिरी काली रूणीं रूणीं कौली और बूरासों की डाली बूरासों की डाली थमी जा थमी जा बग्न्यां पाणी थमी जा थमी जा उड़न्यां बादल न जा न जा यो भुमि छोड़ी न जा न जा उ देश भाबर